मुझे बहुत डर लग रहा है, बहुत ही ज़्यादा घबराहट हो रही है…ऐसा लग रहा है कि कहीं कुछ अनहोनी ना हो जाये, कुछ अनिष्ट ना हो जाये। मेरा बी.पी. भी बढ़ा हुआ है। मैं बता रही हूँ तुम्हें, तुम समझ नहीं पा रहे। मेरे पास आज सुबह सुबह एक मैसेज आया था कि इसको 10 लोगों को फॉर्वड करो वर्ना 4 घंटे के अंदर कुछ अनहोनी हो जायेगी। तबसे लेकर अब तक मैं डरी बैठी हूँ। मोबाइल में बैलेन्स नहीं है। वेद को बोला था मैंने कि अभी तुरंत मेरा फोन रीचार्ज करवा दो। पता नहीं गधा कहाँ किसका बोझा उठाने में बिज़ी है, अभी तक मेरे फोन में पैसे नहीं डालवाये उसने। मेरा डर बहुत बढ़ चुका है। ये सिर्फ फोन की ही बात नहीं है। मेरे फेसबुक पर भी मुझे मेरी दोस्त ने एक भगवान की फोटो शेयर करने के लिये कहा था। देखते ही शेयर करना था, पर मैंने बहुत ध्यान नहीं दिया और मैं वो शेयर नहीं कर पाई। साईं बाबा की फोटो तो बस लाइक करनी थी, मैंने वो भी बाद में देखा। ओफ्फ्फ्फ ओ…मेरे पास ये ऑप्शन था कि मैं अपना भाग्य बदल सकूं, पर एक लाइक ना करने की वजह से मैं चूक गई। क्या पता मैं वो फोटो शेयर कर लेती या लाइक कर लेती या फिर आज के इस मैसेज को भेज पाती तो मेरा भाग्य भी बदल जाता। क्या पता मैं जो चाहती वो हो पता। अब देखो ना, नहीं किया है तो मन में डर सा बैठा हुआ है।
तुम्हें याद है, उस रात जब अपन तारे ज़मीन पर देख कर लौट रहे थे तब रास्ते में कुछ बदमाश लोगों ने हमको रोक लिया था। उन्होंने ने भी तो यही कहा था कि अपने पैसे, घड़ी, अंगूठी दे दो वर्ना बुरा हो जायेगा। तुम नहीं माने थे और उलझ पड़े थे उनसे। नतीजा…तुम्हें काफी चोटें आई थी। ये सब भी तो वैसा ही है।
ये जो ‘वर्ना’ शब्द है ना, मुझे बहुत डराता है। जब मैं छोटी थी और क्लास टीचर कहती थी कि पढ़ लो वर्ना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। नहीं पढ़ने पर पता चलता था कि सच में क्लास टीचर से बुरा कोई नहीं होता था क्यूंकि उस वक़्त मुझे बहुत मार पड़ती थी। हॉस्टल में भी वॉर्डन जब कहती कि इतने बजे तक आ जाना वर्ना खाना नहीं मिलेगा, तो सच में वैसा होता भी था। ऑफीस भी कहाँ इससे बच पाया है। इतनी छुट्टी मत लो वर्ना…ऐसे काम करो वर्ना…ना मानने पर जॉब भी गई ही है। अच्छा सबको छोड़ो, खुद को देखो…जब तुम कहते हो मुझे कि ऐसा कर लो वर्ना मैं बात नहीं करूंगा, तब तुम भी तो बात नहीं करते। हाय राम, अब मेरे भाग्य का क्या होगा? मेरी मती मारी गई थी जो मैं लाइक करना भूल गई…शेयर नहीं कर पाई। बाबा जी की फोटो ही थी वो, उसी को नहीं शेयर किया…अब तो ये भी नहीं कह सकती कि वो सब संभल लेंगे। कहां जाऊं अब मैं? किसके आगे गुहार लगाऊं। ‘DEW’ पी लूँ क्या? सुना है कि उसको पीने के बाद डर के आगे जीत दिखती है। एक बात बताओ, ‘वर्ना’ शब्द से दुनिया के कुछ भी काम किए जा सकते हैं क्या? एक तरह से तो अच्छा ही है ना, सब चीज़े आसान हो जाएंगी। जहां जो काम करवाना हो, वहां ‘वर्ना’ बोलो। सच बता रही हूं, आज से पहले मैं इस बात से अनभिज्ञ थी कि भाग्य बदलना इतना आसान है। मैं तो सोचती थी कि कर्म करने पड़ते हैं पर ये तो बड़ा आसान सा रास्ता है।
ओह रुको रुको…शायद मेरे मोबाइल का बैलेंस रिचार्ज हो गया है। अब मैं तुम्हें वो मैसेज भेज रही हूं। प्लीज़ उसको फॉर्वड कर देना वर्ना…
mam padh kar bahut achha lagaa.,aur yeh jaankar bhi ki verna shabd kaafi riski hai ,yeh aaj jaanaa.thankS
for educating people like me,who dont care for ‘VERNA’.