‘ओके जानू’ रिव्यू


2017 की पहली रिलीज़ फ़िल्म है ‘ओके जानू’, जिसमें श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर लीड रोल में हैं। मणिरत्नम के डायरेक्शन में बनी साउथ की सुपरहिट फ़िल्म ‘ ओ कधाल कनमानी’ की रीमेक है ये फ़िल्म, जिसे हिन्दी में शाद अली ने डायरेक्ट किया है।

कहानी आदि और तारा यानि आदित्य और श्रद्धा की है, जो पहली बार मुंबई के रेल्वे स्टेशन पर एक दूसरे को देखते हैं। धीरे धीरे दोनों में दोस्ती होती है। आदि के मकान मालिक गोपी श्रीवास्तव यानी नसीरूद्दीन शाह अपनी बीवी चारू यानी लीला सैमसन के साथ रहते हैं। शादी से दूर भागने वाले आदि और तारा लिव इन में रहने का फैसला करते हैं और तारा हॉस्टल से अपना सारा सामान आदि के रुम में ही शिफ्ट कर लेती है। लगते हैं। आदि वीडियो गेम डेवलपर है और अमेरिका जाना उसका सपना है तो तारा आर्किटेक्ट है और वो पेरिस जाना चाहते हैं। कमिटमेंट फोबिया वाला ये कपल क्या साथ में रह पाएगा, इसके लिए फ़िल्म देखनी पड़ेगी।

आज की जेनरेशन की सोच, उनके डर को आसानी से फ़िल्म में देखा जा सकता है। शाद अली का डायरेक्शन ओके टाइप ही है। कुछ भी नयापन नहीं है फ़िल्म में। ना ही कोई ट्विस्ट या टर्न्स या फिर कोई स्पेशल पंच। सिंपल सी स्टोरी है जो शुरु होकर बस खत्म हो जाती है। फ़िल्म का आर्ट वर्क और उसकी सिनेमेटोग्राफी काफी रोचक है।

‘ओके जानू’ में एक बार फिर से ‘आशिक़ी 2’ फ़ेम श्रद्धा और आदित्य दिखे हैं। इस फ़िल्म में भी उनकी केमिस्ट्री हॉट लगी है, कहीं कहीं तो दोनों रियल कपल की तरह भी दिखे हैं, पर हाँ, ‘आशिक़ी 2’ वाली बात ग़ायब है। हालांकि दोनों की मेहनत साफ देखी जा सकती है। आदित्य ने अपनी बॉडी पर भी काम किया है और अगर लड़कियां उनको सोचकर मंद मंद मुस्कुरा पड़े, तो कोई आश्चर्य वाली बात नहीं होगी। नसीरुद्दीन शाह और लीला सैमसन ने अच्छा काम किया है। एक इमोशनल रिश्ते को, प्यार के एक अलग चेहरे को दोनों ने बखूबी पर्दे पर दिखाया है।

फ़िल्म में ए आर रहमान का म्यूज़िक है, जो सुनने में अच्छा लगा है पर हां, जैसे बाकी फ़िल्मों में, फ़िल्म चाहे जैसी भी हो, रहमान का म्यूज़िक अलग ही स्टैबलिश होता है, इस फ़िल्म में वो बात देखने को नहीं मिली। ‘हम्मा हम्मा’ वाला गाना अगर हटा दिया जाए, तो रहमान का म्यूज़िक भी बहुत कमाल का नहीं लगता।

अगर आप आदित्य- श्रद्धा की केमेस्ट्री देखना चाहते हैं, अगर आप नसीरूद्दीन शाह के बहुत बड़े फैन हैं, तो फ़िल्म देखी जा सकती है, नहीं तो टीवी पर इसके आने का इंतज़ार किया जा सकता है।

इस फ़िल्म को मिलते हैं 2.5 स्टार्स।

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