अपने पोस्टर और प्रोमो से ही तहलका मचाने वाली मोहित सूरी की फ़िल्म ‘मलंग’ आ चुकी है। प्यार, जुनून, बदला, एक्शन, पागलपन से भरी इस फ़िल्म में ट्विस्ट और ड्रामा पूरा है।
कहानी दो अजनबी अद्वैत और सारा की है जो गोवा घूमने आते हैं और एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। गोवा में कुछ ऐसा होता है कि दोनों की ज़िंदगी बदल जाती है। कैसे बदलती है और बदलने के बाद क्या होता है, यही है फ़िल्म की कहानी। फ़िल्म की शुरूआत में ही पुलिस अफसर अंजनि अगाशे का ये कहना कि ‘ आज का अंधेरा बहुत गहरा होने वाला है और ख़ामोशी कान फाड़’- आपको समझा जाता है कि कहानी में सस्पेंस तो पूरा है।
मोहित सूरी की इस फ़िल्म में दो कहानियॉं साथ चलती हैं। एक वो कहानी जो वर्तमान में हो रही है और दूसरी वो, जो हो चुकी है। फर्स्ट हाफ तक लगता है कि इसकी कहानी फ़िल्म ‘एक विलेन’ से मिलती जुलती है, पर सेकेंड हाफ का ट्विस्ट इसे अलग करता है। डायलॉग्स फ़िल्म में अच्छे हैं। ‘मज़ा चाहिए या सुकून’ या फिर ‘एक डर दो बार नहीं लगता’ जैसे वन लाइनर्स सुनने में अच्छे लगते हैं। गोवा और वहॉं पर रहने वाले बेफिक्र रंग को भी मोहित सूरी ने सही दिखाया है। सिनेमेटोग्राफी और बैकग्राउंड फ़िल्म का अच्छा है। एडिटिंग मजबूत हो सकती थी। गाने ठीक लगे हैं फ़िल्म में, पर आप उसे गुनगुना पाए, वो मुश्किल है।
आदित्य रॉय कपूर हॉट लगे हैं। बॉडी बिल्डिंग पर उनकी मेहनत फ़िल्म के पहले ही सीन में समझ आ जाती है। एक्टिंग भी उनकी अच्छी रही है। दिशा पटानी बहुत ही हॉट लगी हैं। एक्टिंग ठीक रही है उनकी। आदित्य और दिशा की केमिस्ट्री अच्छी लगी है। कुणाल खेमू बहुत दिनों बाद दिखे हैं और उनका काम अच्छा रहा है। फ़िल्म मे सारे किरदारों के ऊपर जो भारी पड़े हैं, वो हैं अनिल कपूर। उनकी एक्टिंग उनकी तरह ही झक्कास रही है। फ़िल्म में उनकी हंसी आपको हंसाएगी। जेसी के किरदार में एली अवराम गोवा के रंग में सही दिखी हैं। काम भी उनका अच्छा रहा है।
लंबे समय बाद रोमांटिक थ्रिलर फ़िल्म आई है। जानी पहचानी कहानी होने के बावजूद वीकेंड पर टाइमपास करने के लिए फ़िल्म देखी जा सकती है।