अमेज़ॉन प्राइम पर टीवीएफ की नई वेब सीरीज़ ‘पंचायत’, उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में स्थित ‘फुलेरा’ गॉंव की कहानी है। इस सीरीज़ में 8 एपिसोड्स हैं, जिसमें ‘फुलेरा’ गॉंव की ज़िंदगी को दिखाया गया है।
इंजीनियरिंग करने के बाद अभिषेक त्रिपाठी (जितेंद्र कुमार) पंचायत सचिव की पोस्ट पर फुलेरा गॉंव आते हैं। अभिषेक के अंदर फ्रस्टेशन है क्योंकि वो गॉंव वाली ज़िंदगी नहीं चाहता था। गॉंव में आकर वो परेशान होने के साथ साथ हैरान भी होता है कि यहॉं अभी भी लोग किस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। गॉंव की प्रधान हैं मंजू देवी, जो महिला सीट पर चुनाव जीती हैं, पर गॉंव वालों के लिए प्रधान हैं उनके प्रधानपति बृजभूषण दूबे (रघुबीर यादव)। अभिषेक का दोस्त उसको मोटिवेट करता रहता है और अभिषेक भी इसी उम्मीद में वहॉं रहता है कि एक दिन कैट का एग्ज़ाम क्लियर कर वो एमबीए में एडमिशन लेगा और यहॉं से चला जाएगा। अभिषेक को कहा जाता है कि पानी की टंकी पर चढ़ कर गॉंव को देखने से उसे गॉंव से प्यार हो जाएगा पर अभिषेक को पूरा यकीं है कि उसे इस गॉंव से प्यार कभी नहीं होगा और यही कहानी है।
‘पंचायत’ नाम सुनकर पहली बार लगा कि बहुत मार-काट, राजनीति, लड़ाई, गालियॉं होंगी, पर जैसे जैसे एपिसोड्स बढ़ते हैं, आपको समझ में आने लगता है कि ये कहानी बहुत ही अलग है। डायरेक्टर दीपक कुमार मिश्र ने गॉंव की समस्या को बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है। हल्की फुल्की कॉमेडी वाली ये पंचायत दिल तक पहुंचती है। कैमरा वर्क और एडिटिंग तो अच्छी है ही, डायलॉग्स बहुत कमाल के हैं। आम बोलचाल में बोलने वाली भाषा है, जिसे सुनने में बहुत ही मज़ा आता है। कुछ शब्द तो बहुत दिनों बाद सुनने को मिलें।
पंचायत’ की सबसे ख़ास बात है इसके कलाकार। जितेंद्र कुमार ने अपने कैरेक्टर को बहुत अच्छे से पकड़ा है। फ्रस्टेशन हो या कंफ्यूज़न, एक्सप्रेशन्स अच्छे हैं उनके। प्रधान पति के रोल में रघुबीर यादव पूरी तरह छा गए हैं। लंबे समय बाद उन्हें देखकर लगा कि उन्हें ज़्यादा काम मिलना चाहिए, जिससे उनकी एक्टिंग बार बार देखने का मौका मिले। विकास के रोल में चंदन रॉय छा गए हैं। डायलॉग डिलिवरी और एक्सप्रेशन्स उनके कमाल के हैं। उनका किरदार याद रहने वाला है। उप प्रधान के रोल में फैसल मलिक का काम भी बहुत मज़ेदार है। नीना गुप्ता के हिस्से बहुत कुछ नहीं था, पर जितना था, उसमें वो अच्छी लगी हैं। वैल, इस सीरीज़ में लौकी भी एक सपोर्टिंग कैरेक्टर प्ले कर रही है।
वैल, गॉंव की समस्या, उनके मुद्दे, उनका प्यार, उनकी लड़ाई, उनकी सादगी-सब कुछ है ‘पंचायत’ में। हंसते हुए गॉंव की मिठास को फील करने के लिए इसे देखें, मूड फ्रेश हो जाएगा।